गर्मी के मौसम में खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पेट की खराबी और अधिक तैलीय व मसालेदार खाद्य-पदार्थों का सेवन करने से पाचन-क्रिया प्रभावित होती है। इससे अनेक बीमारियां हो सकती हैं।
◾जहां तक हो सके गर्मियों में विटामिन ए युक्त फ्रूस्टी जैसे ब्लैक ग्रेप्स, हरे पत्ते वाली वेजिटेबल्स, विटामिन सी से युक्त रसीले फ्रूट्स जैसे आम, खट्टे फ्रूट्स और नींबू पानी लेने चाहिए।
◾इस मौसम में दही, मौसमी ताजे फल जैसे संतरा, पपीता, स्ट्रॉबेरी, ग्रेप का जूस ज्यादा से ज्यादा पीये। ये हेल्दी होने के साथ-साथ शरीर को अंदर से ठंडा रखने में सहायक होते हैं।
◾बेल का शरबत गर्मी के लिए बहुत उत्तम माना जाता है। गर्मी में मोटापा घटाने में भी यह सहायक होता है।
◾नारियल में प्रचूर मात्रा में पौष्टिक तत्व होते है। गर्मी में इसका सेवन सबसे अच्छा होता है।
◾नीबू की शिकंजी गर्मी के लिए बहुत अच्छा पेय है। इसे घर में आसानी से तैयार किया जा सकता है।
◾पुदीने में प्राकृतिक रूप से पिपरमिंट पाया जाता है, इसलिए गर्मी में यह बहुत उपयोगी होता है। लू, बुखार, शरीर में जलन और गैस की तकलीफ को दूर करता है
◾किसी भी तरह की अपच,अजीर्णता, पित्त की अधिकता, पेट दर्द, गैस में जलजीरा लाभकारी होता है।
◾पूरे उत्तर भारत में गर्मी के मौसम में ठंडाई का उपयोग खूब होता है।
◾गर्मी के मौसम में जीरा-नमक डालकर छांछ पीना भी फायदेमंद होता है।
हालांकि घरेलू उपचार प्रकृतिक होते हैं और इनके साइडइफैक्ट्स की आशंका न के बराबर होती है, फिर भी किसी भी चीज को उपयोग करने से पहले अपनी त्वचा के प्रकार को जान लें। हो सके तो इस बारे में किसी एक्सपर्ट से भी सलाह ले लें।